स्टूडेंट वॉइस – Shiksha Mission https://www.shikshamission.com My WordPress Blog Tue, 06 May 2025 12:41:37 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.1 ISRO वैज्ञानिक/इंजीनियर भर्ती 2025: 63 पदों पर आवेदन शुरू, जानें पूरी जानकारी https://www.shikshamission.com/isro-scientist-engineer-recruitment-2025-applications-started-for-63-posts-know-full-details/ https://www.shikshamission.com/isro-scientist-engineer-recruitment-2025-applications-started-for-63-posts-know-full-details/#respond Tue, 06 May 2025 12:40:47 +0000 https://www.shikshamission.com/?p=584

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने वर्ष 2025 के लिए वैज्ञानिक/इंजीनियर ‘SC’ पदों पर भर्ती की अधिसूचना जारी कर दी है। इस भर्ती के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल और कंप्यूटर साइंस ट्रेड में कुल 63 पद भरे जाएंगे-जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स के 22, मैकेनिकल के 33 और कंप्यूटर साइंस के 8 पद शामिल हैं।

महत्वपूर्ण तिथियां

  • आवेदन शुरू: 29 अप्रैल 2025
  • अंतिम तिथि: 19 मई 2025
  • शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि: 21 मई 2025

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पात्रता मानदंड

  • BE/B.Tech (65% अंक) संबंधित ट्रेड में + वैध GATE स्कोर अनिवार्य है।
  • आयु सीमा: अधिकतम 28 वर्ष (19 मई 2025 तक), आरक्षित वर्गों को नियमानुसार छूट।

चयन प्रक्रिया

  • शॉर्टलिस्टिंग GATE स्कोर के आधार पर होगी, इसके बाद इंटरव्यू लिया जाएगा।
  • कुछ रिक्तियां लिखित परीक्षा के माध्यम से भी भरी जा सकती हैं।

वेतनमान

  • चयनित उम्मीदवारों को पे मैट्रिक्स लेवल-10 के तहत ₹56,100/- प्रतिमाह वेतन, साथ में अन्य भत्ते मिलेंगे।

आवेदन प्रक्रिया

  • ISRO की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करें।
  • आवेदन शुल्क ₹250/- है; कुछ श्रेणियों को छूट।
  • सभी दस्तावेज़ स्कैन कर अपलोड करें और आवेदन का प्रिंट सुरक्षित रखें।

यह ISRO के प्रतिष्ठित मिशनों का हिस्सा बनने का सुनहरा अवसर है। इच्छुक अभ्यर्थी समय रहते आवेदन प्रक्रिया पूरी करें।

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BPSSC रेंज ऑफिसर फॉरेस्ट भर्ती 2025: 24 पदों के लिए आवेदन शुरू, अंतिम तिथि 1 जून https://www.shikshamission.com/bpssc-range-officer-forest-recruitment-2025-applications-begin-for-24-posts-last-date-june-1/ https://www.shikshamission.com/bpssc-range-officer-forest-recruitment-2025-applications-begin-for-24-posts-last-date-june-1/#respond Tue, 06 May 2025 12:33:42 +0000 https://www.shikshamission.com/?p=581

बिहार पुलिस अधीनस्थ सेवा आयोग (BPSSC) ने पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग में रेंज ऑफिसर ऑफ फॉरेस्ट के 24 पदों पर भर्ती के लिए आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी है। इच्छुक अभ्यर्थी 1 मई 2025 से 1 जून 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

महत्वपूर्ण तिथियां

  • अधिसूचना जारी: 29 अप्रैल 2025
  • आवेदन आरंभ: 1 मई 2025
  • आवेदन की अंतिम तिथि: 1 जून 2025
  • शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि: 1 जून 2025
  • परीक्षा तिथि: 23 जून 2025 (निर्धारित)

वैकेंसी डिटेल्स

  • कुल पद: 24
  • श्रेणीवार वितरण:
    • अनारक्षित (UR): 2
    • आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS): 1
    • अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC): 3
    • पिछड़ा वर्ग (BC): 7
    • अनुसूचित जाति (SC): 10
    • अनुसूचित जनजाति (ST): 1
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पात्रता मानदंड

  • शैक्षणिक योग्यता: मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से निम्न में से किसी एक विषय में स्नातक डिग्री – पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, रसायन, भूविज्ञान, गणित, भौतिकी, जैव प्रौद्योगिकी, प्राणी विज्ञान, कृषि, वानिकी या इंजीनियरिंग।
  • आयु सीमा (1 जनवरी 2025 के अनुसार):
    • सामान्य (पुरुष): 21-37 वर्ष
    • सामान्य (महिला), BC/EBC: 21-40 वर्ष
    • SC/ST: 21-42 वर्ष (सरकारी नियमानुसार छूट लागू)।

चयन प्रक्रिया

  • लिखित परीक्षा (ऑब्जेक्टिव टाइप, 100 प्रश्न, 100 अंक, 2 घंटे)
  • साक्षात्कार
  • शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET)
  • मेडिकल परीक्षण

आवेदन प्रक्रिया

  • BPSSC की आधिकारिक वेबसाइट (bpssc.bihar.gov.in) पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करें
  • सभी जरूरी दस्तावेज (फोटो, हस्ताक्षर, शैक्षणिक प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र, आधार आदि) अपलोड करें
  • आवेदन शुल्क का भुगतान करें और फॉर्म का प्रिंट सुरक्षित रखें

वेतनमान

  • चयनित अभ्यर्थियों को लेवल-6 (₹35,400 – ₹1,12,400) वेतनमान मिलेगा।

इच्छुक अभ्यर्थी अंतिम तिथि से पहले आवेदन करें और विस्तृत जानकारी के लिए BPSSC की आधिकारिक अधिसूचना अवश्य पढ़ें।

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गौरव अग्रवाल: आईआईटी-आईआईएम से लेकर यूपीएससी टॉपर बनने तक का प्रेरक सफर https://www.shikshamission.com/gaurav-agarwal-an-inspiring-journey-from-iit-iim-to-becoming-a-upsc-topper/ https://www.shikshamission.com/gaurav-agarwal-an-inspiring-journey-from-iit-iim-to-becoming-a-upsc-topper/#respond Tue, 06 May 2025 10:03:14 +0000 https://www.shikshamission.com/?p=544

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के हालिया परिणामों के बीच 2013 के टॉपर गौरव अग्रवाल एक बार फिर चर्चा में हैं। उनकी कहानी न केवल मेहनत और लगन का उदाहरण है, बल्कि यह भी दिखाती है कि असफलता के बाद भी सफलता पाई जा सकती है।

शुरुआत: आईआईटी और आईआईएम की कठिन राह

गौरव अग्रवाल जयपुर, राजस्थान के रहने वाले हैं। उन्होंने 17 साल की उम्र में आईआईटी प्रवेश परीक्षा में 45वीं रैंक हासिल की और आईआईटी कानपुर में कंप्यूटर साइंस में दाखिला लिया। हालांकि, यहां उनका सीजीपीए अच्छा नहीं रहा और उन्हें कई विषयों में बैक पेपर देने पड़े, जिससे उनका आत्मविश्वास भी डगमगा गया।

इस असफलता के बावजूद गौरव ने हार नहीं मानी। उन्होंने कैट परीक्षा दी और 99.94 परसेंटाइल के साथ आईआईएम लखनऊ में प्रवेश पाया। यहां उन्होंने कड़ी मेहनत की, गोल्ड मेडल हासिल किया और फिर हांगकांग में सिटी ग्रुप में इन्वेस्टमेंट बैंकर के रूप में नौकरी शुरू की।

image credit: bbchindi

विदेशी नौकरी छोड़ यूपीएससी की ओर रुख

हांगकांग में शानदार पैकेज पर नौकरी के बावजूद गौरव के मन में आईएएस बनने का सपना जिंदा था। उन्होंने नौकरी छोड़ भारत लौटने का फैसला किया और यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। पहली बार 2012 में परीक्षा दी, 244वीं रैंक आई और आईपीएस बने, लेकिन उनका लक्ष्य आईएएस बनना था।

यूपीएससी टॉप और देश सेवा का संकल्प

2013 में गौरव ने दोबारा यूपीएससी परीक्षा दी और देशभर में टॉप किया। वे राजस्थान कैडर के पहले ऐसे अधिकारी बने जिन्होंने यूपीएससी टॉप किया। वर्तमान में वे जोधपुर के कलेक्टर हैं।

नवाचार और प्रशासनिक बदलाव

गौरव अग्रवाल ने प्रशासनिक सेवाओं में तकनीक का बेहतरीन इस्तेमाल किया। राजस्थान में माध्यमिक शिक्षा निदेशक रहते हुए उन्होंने एआई आधारित कॉपी जांच प्रणाली लागू की, जिससे लाखों उत्तर पुस्तिकाओं की जांच आसान और निष्पक्ष हो गई। कृषि विभाग में रहते हुए किसान कॉल सेंटर की सेवाओं में भी सुधार किया।

सफलता का मंत्र: निरंतरता, धैर्य और आत्मविश्लेषण

गौरव मानते हैं कि यूपीएससी जैसी परीक्षाएं 100 मीटर की रेस नहीं, बल्कि मैराथन हैं। निरंतर अभ्यास, आत्मविश्लेषण और परिवार का सहयोग सफलता की कुंजी है। वे कहते हैं कि विषयों को रटने के बजाय समझना चाहिए और मानसिक-शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।

गौरव अग्रवाल की कहानी बताती है कि असफलता के बाद भी अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत जारी रहे, तो सफलता निश्चित है। आईआईटी, आईआईएम और यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षाओं को पार कर गौरव ने यह साबित किया है कि सपनों को साकार करने के लिए जज्बा और समर्पण जरूरी है।

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